Ram Janmabhoomi : Episode-4 | कांग्रेस ने 1948 में शुरू की राम पर राजनीति, ढांचे में मूर्तियां प्रकट हुईं तो नेहरू ने कहा- नतीजे खतरनाक होंगे #ayodhya #Ram #rammandir #AyodhyaDham
1947 में देश तो आजाद हुआ, लेकिन अयोध्या मंदिर-मस्जिद के विवाद से आजाद नहीं हो पाया। आजादी के दो ही साल बाद 1949 में राम मंदिर विवाद ने एक बिल्कुल नया मोड़ ले लिया। ये वो समय था जब राम मंदिर के विवाद ने पहली बार खुलकर राजनीतिक रूप ले लिया। मजेदार बात ये है कि इसे पहली बार राजनीतिक मुद्दा बनाने वाली पार्टी कांग्रेस थी।
JAIHINDTIMES की खास सीरीज ‘राम जन्मभूमि का इतिहास’ में अब तक आपने जाना कि ब्रिटिश राज के दौरान कैसे अयोध्या में पूजा-नमाज का विवाद शुरू हुआ और कैसे मामला ब्रिटिश अदालतों में पहुंचा मगर सुलझ नहीं पाया।
आज चौथे एपिसोड में जानिए कि कब बाबरी ढांचे में रामलला की मूर्तियां प्रकट हुईं? किसने राम के नाम पर राजनीति शुरू की, किसने बाबरी ढांचे पर ताला लगवाया और किसने ये ताला खुलवाया?